लोक व्यवहार (Public Behavior) के 10 नियम



लोक व्यवहार के 10 नियम
१. नाम याद रखने की आदत डालें। किसी भी व्यक्ति के लिए उसका नाम बहुत महत्वपूर्ण होता है।
२. आरामदेह व्यक्ति बनें ताकि आपके साथ रहने से कोई तनाव में न रहे।
३. सहज(Relaxed) रहने का गुण विकसित करें, ताकि आप छोटी-छोटी चीजों या बातों का बुरा न मानें।
४. अहंकारी ना बनें। ऐसे संकेत ना दें जैसे आप सबकुछ जानते हों। स्वाभाविक बनें और विनम्र रहें।
५. रोचक बनने का गुण विकसित करें ताकि लोग आपके साथ रहना चाहें और आपके साहचर्य से कुछ प्रेरक या महत्वपूर्ण बात जान सकें।
६. अपने व्यक्तित्व से खुरदुरे तत्वों को निकालने के बारे में अध्ययन करे, उन तत्वों को भी जिनके बारे में आप जानते ना हों।
७. हर गलतफहमी के बारे में सजग रहकर दूर करने का प्रयास करें। नफरत और शिकायतों को अपने दिल से निकाल दें।
८. लोगों को पसन्द करने की कोशिश करें जब तक आप सचमुच ऐसा ना करने लगें
९. किसी की उपलब्धि पर बधाई देने का अवसर न छोड़ें, न ही किसी के दुख या निराशा में सहानुभूति व्यक्त करने का कोई अवसर जाने दें।
१०. गहन आध्यात्मिक अनुभव हासिल करें ताकि आप लोगों को बेहतर और सुखी बनाने में मदद कर सकें, ताकि वे जीवन का सामना अधिक प्रभावी ढंग से और अधिक दृढ़ता से कर सकें। आप लोगों को प्रेम व सुख देगें, तो वे भी आपको बदले में प्रेम व सुख देंगे।
स्त्रोत- The Power of Position Thinking 
by
Norman Vincent Peale


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