तीन चरण (Three steps)

तीन चरण (Three steps)

किसी भी कार्य को करने पर उस के दौरान लोगों की मनोदशा  के तीन चरण होते हैं..

मजाक

सामान्यता

स्वीकारता

'मजाक' जब आप कोई काम शुरु करते हैं तो लोग पहले उसका मजाक बनाते है। मजे लेते हैं।
'सामान्यता' -दूसरा चरण में लोग सहज हो जाते है। वो मानने लगते हैं ये तो ऐसा ही है जो कर रहा है करने दो।
तीसरा-जब आप लगातार अपने कार्य में जुटे रहते हैं, आपकी हर स्तर पर परीक्षा ले ली जाती है और आप जब निरन्तरता बनाए रखते हैं तो 'स्वीकारता' का चरण आता है।

गहलोर के कर्णधार The Mountain Man दशरथ मांझी इसके उदाहरण है।

अगर कोई काम करना है तो इन चरणों की जितनी जल्दी शुरुआत की जाए उतनी जल्दी ही नकारे जाने के डर का सामना किया जा सकता है। जो निश्चित कर चुके हैं उसे शुरु करें। और जो पूर्व योजनानुसार कर रहें हो करते रहें। बार-बार विचलित न हो।

धन प्रबंधन कैसे करें।

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें