भूलना Forgetting

भूलना सामान्यतः आम लोगों के लिए आम बात है। हम अक्सर कुछ चीजें भूल जाते हैं और उसके लिए परेशान होते हैं कि हम इस बात को भूल कैसे गये और हम खुद को कमअक्ल या लापरवाह समझते हैं। पर जरूरी नहीं हर बात याद रखी जाए। बहुत सी बातों को तो भूलना ही ठीक होता है। पर हम यहाँ बात कर रहे हैं जरूरी और महत्वपूर्ण बातों की.. तो इन्हें याद रखने का तरीका भी सीखना चाहिए.. चलिए भूलने की समस्या के एक-दो उपाय की चर्चा करते हैंं.. जिसने गजनी फिल्म देखी हो उसे यह भी याद होगा.. जब नायक आमिर चोट के बाद अपनी याद्दाश्त(memory) को थोड़ी-थोड़ी देर के लिए खो देता है तो भूलने से  बचने के लिए अनेक उपाय अपनाता है.. अपने दुश्मन को याद रखने के लिए.. वह एक तुरन्त फोटो निकलने वाला कैमरा लेता है उससे जरूरी चीजों, लोगों की फोटोज खींच कर अपने घर की दीवाल पर चिपकाता है। अपने शरीर के हर हिस्से पर उन नामों को लिखता है जो उसे याद रखने हैं जिससे वो जब भी सीसे के सामने हो तो वो नाम उसे दिखते रहें। ऐसे ही अनेक उपाय आप भी अपना सकते हैं। जैसे चेकलिस्ट बनाना, डायरी पर लिखना, मोबाइल कैलेण्डर में रिमाइंडर डालना, एलार्म लगाना, किसी को बोलना कि वह आपको याद दिलाए या जगाए और भी अनेकों उपाय आप खुद प्रयोग करते होंगे अपने जीवन में.. जिससे आप भूलने से बच जाए। इन उपायों को करते रहिए।

    चलिए असली उपाय पर आते हैं जिसके लिए यह पोस्ट लिखी जा रही हैं.. एक सूची आप खुद बनाए कि आप किन बातों को भूलते हैं जिस कारण से आपको बाद में पछतावा होता है। करना ये हैं कि.. "जिस समय भी आपको ये ख्याल आए की आप किसी चीज को भूलेंगे उसी समय थोड़े रिलेक्स हो और अपने आपको, अपने दीमाग को बताए कि यह चीज अन्त तक मेरे साथ रहेगी। जैसे यात्रा के दौरान हमें किसी चीज को भूल जाने का डर रहता है.. तो जब यह बात हमारे मन में आए तभी हमें अपने मस्तिष्क को यह बताना होगा कि मैं इस सामान के साथ इसके आखिर गन्तव्य तक रहूंगा। इस तस्वीर को देखें कि यह वस्तु जहाँ पहुंचनी है वहाँ पहुंच चुकी है।"

       जैसे दरवाजा बन्द करना भूलना- आप जब दरवाजा खोलते हैं तभी सोचिए की जब आप घर में वापस आयेंगे तो दरवाजा बन्द होगा।

     जैसे बाजार जाते हुए या बस, ट्रेन या मेट्रो में कोई वस्तु आप लेकर यात्रा करते हैं तो यह तस्वीर देखिए कि आप उस वस्तु के साथ उतर रहें हैं और वह वस्तु आपके पास यात्रा समाप्ति तक है और जिस उद्देश्य के साथ उस वस्तु को आपने लिया था वह उन उद्देश्यों को पूरा कर रही है। कुछ वस्तुओं के उदाहरण जिन्हें हम भूल जाते हैं- छाता, बैग, इयरफोन, टोपी-मफलर, गमछा, पेन, चाभी, हेलमेट.. 

   जिन वस्तुओं को भूलने का जब ख्याल आता है तभी खुद को निर्देश दें कि यह आपको याद रहेगा। दूबारा भूलने का ख्याल आयें तो दूबारा निर्देश दें कि आप इस चीज को याद रखेंगे। थोड़ी देर मनन करें और अपनेआप से कहें भले ही मैं कुछ भूला हूँ पर मैं अब अपनेआप को अपने मस्तिष्क को आदेश देता हूँ कि यह बात मुझे याद रहेगी। भूलने के ख्याल की जगह याद रखने के ख्याल को याद रखें, याद करें। निर्देश देने के बाद अपने दीमाग पर विश्वास करें कि यह याद रखने में सक्षम हैं। अपने आप पर और अपने मस्तिष्क पर विश्वास बनाए रखें। मस्तिष्क इस दुनिया का अद्भुत चमत्कार है इस पर विश्वास बनाए रखें।

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